कोविड महामारी से लोगों को बचाने के लिए धनराशि दान करे न्यास: सुधाकर
फतेहपुर, शमशाद खान । लोकमंगल साहित्य परिषद के अध्यक्ष सुधाकर अवस्थी ने प्रदेश सरकार द्वारा अर्थाभाव के कारण कोविड-19 महामारी के दूसरे फेज से पीड़ित गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों के इलाज की सरकारी व्यवस्था में संसाधनों के अभावों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि धार्मिक संस्थाओं का मुख्य उद्देश्य लोक जीवन के मानव धर्म की रक्षा करना होता है और इस समय प्रदेश में कोरोना वायरस से पीड़ित गरीब जनता के जीवन की रक्षा करना सबसे बड़ा मानव धर्म है।
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अध्यक्ष सुधाकर अवस्थी। |
श्री अवस्थी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट द्वारा 1100 हजार करोड़ रुपए धन संग्रह का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें ट्रस्ट को लगभग 3600 हजार करोड़ रुपए का धन संग्रह जनता द्वारा समर्पण निधि से प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि लोग जीवन की रक्षा हेतु आवश्यक धन संग्रह के अतिरिक्त धनराशि को न्यास द्वारा कोविड महामारी से लोगों के प्राणों की रक्षा हेतु दान कर देना चाहिए। तभी लोक कल्याणकारी भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण की वास्तविक सार्थकता सिद्ध होगी। जब गरीब असहाय बेबस लोगों के जीवन की रक्षा होगी तभी वास्तविक रामराज की स्थापना की मूल भावना साकार होगी। उन्होंने कहा कि सिक्ख समुदाय के अमृतसर गोल्डन टेंपल द्वारा पंजाब के अस्पतालों में कोरोना मरीजों की निःशुल्क चिकित्सा मुहैय्या कराने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि गोल्डन टेंपल द्वारा ऐसे मानव सेवा से अन्य समुदाय के धार्मिक संस्थाएं भी प्रेरणा लेकर असहाय गरीब लोगों की कोरोना महामारी से समुचित इलाज के लिए सहायता करने का मानव धर्म निभा सकती हैं।
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