Breaking News

शोपीस बना सिंचाई विभाग का गेस्ट हाउस, कर्मचारी क्वार्टर

बुन्देली सेना ने की ग्राम पंचायत को हैंडओवर करने की मांग

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। सरकारी योजनाओं में लीपापोती, अंधेरगर्दी की दास्तान देखना है तो उसके लिए बरुआ बांध में बना सिंचाई विभाग का गेस्ट हाउस और कर्मचारी क्वार्टर देखिए। यहां वर्षों से कोई झांकने नही गया। ग्रामीण खिड़की दरबाजे से लेकर टाइल्स और अन्य सामग्री ले गए। कागजों में रंगरोगन और मरम्मत हो रही है। बुन्देली सेना ने निष्प्रयोज्य भवन को ग्राम पंचायत में हैंडओवर किए जाने की मांग की है।

बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि वर्षों से बरुआ बांध में भवन निष्प्रयोज्य खड़े हैं। एक गेस्ट हाउस, 10-15 कर्मचारी क्वार्टर और एक सिंचाई विभाग की बिल्डिंग के अलावा स्टोर रूम और अन्य भवन बने हैं। इन भवनों का संबंधित विभाग द्वारा न तो देखरेख की जा रही है और न ही उनका कोई उपयोग है। यह जरूर है कि

निष्प्रयोज्य गेस्ट हाउस।

बिल्डिंगों के अनुरक्षण के नाम पर कागजी बाजीगरी का खेल जारी है। अगर इन निष्प्रयोज्य बिल्डिंगों को ग्राम पंचायत के हवाले कर दिया जाता तो शायद इनकी देखरेख और उपयोग शुरू हो जाता। विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि शानदार बने गेस्ट हाउस के खिड़की, दरवाजे से लेकर टाइल्स और कीमती चीजे लोग चुरा ले गए, लेकिन विभाग के कान में जू नहीं रेंगीं। इस परिसर और बिल्डिंगों में चहुँओर इस समय जंगल है। पेड़ पौधों ने गेस्ट हाउस समेंत भवनों को ढक लिया है। जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने जिलाधिकारी से मांग की है कि बरुआ बांध में सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस का निरीक्षण कर ग्राम पंचायत को सौंपा जाए।


No comments