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नदी का सीना छलनी कर रहीं पोकलैंड और जेसीबी मशीनें

शुरुवाती दौर से ही विवादों में घिरा बियावल घाट

ओवरलोड बालू लदे ट्रकों के गुजरने से ध्वस्त हो रहीं सड़कें

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। मऊ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत बियावल बालू घाट में इन दिनों नियमों को नजरअंदाज कर खनन किया जा रहा है। जिससे बड़े पैमाने पर पर्यावरण प्रभावित होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों  की शह पर इन दिनों मऊ तहसील के बियावल घाट में पोकलैंड और जेसीबी की मशीनें नदी का सीना छलनी कर रही हैं। दिन के उजाले में गांव के अंदर खड़ी रहने वाली मशीनें रात्रि में नदी के बीच में उतार दी जाती हैं और भारी भरकम मशीनें जलधारा के बीच से बालू निकालती हैं। इस संबंध में पूर्व में समाचार प्रकाशित करने पर विभागीय अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया गया था, किंतु विभाग के ही मुखबिरों द्वारा सूचना दिए जाने पर अधिकारियों के पहुंचने से पहले भारी भरकम मशीनें घाट से हटा दी गई। इसी प्रकार बियावल घाट से निकलने वाले ज्यादातर ट्रकों में ओवरलोड बालू लदी रहती


है। जिससे आवागमन करने वाली सड़कें ध्वस्त हो रही हैं । अल्प समय में ही क्षेत्र की ज्यादातर सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं  । क्षेत्रवासियों का कहना है प्रशासन पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा घाट का औचक निरीक्षण किए जाने पर नियम विरुद्ध  तरीके से किए जा रहे खनन का मामला उजागर हो जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि पट्टे के निर्धारित क्षेत्रफल को छोड़कर दूसरे स्थान से ठेकेदार द्वारा बालू निकाली जा रही है । गत वर्ष भी इस घाट में कुछ लोगों के बीच विवाद होने पर एक युवक की हत्या कर दी गई थी । शुरुआती दौर से ही विवादों में घिरे इस घाट औचक निरीक्षण कराने की मांग ग्रामीणों ने की है।इस सम्बंध में खनिज अधिकारी शनि कौशल से बात करने का प्रयास किया गया,परन्तु उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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